" रनचण्डी हुंकार रही है"

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 "सिसक  रही है धरती लेकिन   बच्चों  को  पुचकार  रही   है!   सौ बल खाती हुई कुचलकर   या  नागन  फुफकार  रही  है!!   कारीगर , मज़दूर ,   किसानों ...

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